7 Marketing Strategies in Hindi | कैसे खिंचा चला आता है Customer! अपने बिज़नेस मैं जानिए हिंदी मैं

7 Marketing Strategies in Hindi

हेल्लो दोस्तों आज के इस नए पोस्ट मैं आप सभी का दिल से हार्दिक स्वागत है| आज हम आपके लिए कुछ नया लेकर आये है कुछ अलग ही जिससे आप अपने Business मैं Grow कर पाएंगे| तो आज हम वोह Strategies की बात करने वाले है की वोह अपने Business मैं बहुत आगे लेके जायेंगी तो चलिए जानते है|

वैसे तो Marketing के कई सारे तरीके उपलब्ध है, परंतु आपको अपना व्यवसाय उसका आकार और प्रकार देखकर सही तारीका चुनने की आवश्यकता होती है| और कई हद तक आपकी Marketing का तरीका आपके बजट और आपके प्रोडक्ट या सेवा पर भी निर्भर करता है|

दोस्तों यहाँ पर Marketing और sells ब्लिकुल अलग चीज़े है| यहाँ पे Marketing का मतलब ये Resell वैल्यू पर काम करी है, मार्केटिंग की वजह से सेल्स जयादा तो होती है और सेल्स आपकी रेवेन्यू को बढाती है तो ये उसके बीच का तफावत।

मार्केटिंग क्या है ? | what is Marketing?

marketing हमारे जीवन का एक चलता-फिरता Word है। आम तोर पर आदमी सोचता है की कोई भी प्रोडक्ट को बेचना उसे  Marketing कहते है कोई बताता है Marketing Advertisement है। बल्कि Marketing का  मतलब कस्टमर की need को समझना और उसके मुताबिक कोई प्रोडक्ट को बनाना और बेचना जिससे कंपनी को मुनाफा हो यानि जो कंपनी कस्टमर की जरूरते को समज कर Product बनाती है वोह company Marketing मैं Success ही करती है|

Customer की need  दो Type की होती है|

  1. Met Need
  2. Unmet Need

met need मैं हमरे जीवन-जरूरियात की चीज़े होती है| for Example Patanjali जो Product को sell करती है।

Unmet Need मैं कोई Product की जरूरियात है लेकिन कंपनी के पास वोह Product Available नहीं है।

4 Factor For Marketing

  1. Culture
  2. Social Class
  3. Consumer Psychology
  4. Personal Factors

1. Culture:- आप कोई भी Product बनाते है इसमें कंस्यूमर कल्चर को समजना बहुत ही जरुरी है.like आप गारमेंट की product बनाते है इसका manufacturing करते ही होंगे। मान लो की कपडे बनाते है तो इसमें टी-शर्ट,शर्ट,राजस्थानी consume या कोई भी स्टेट से बिलोंग करने वाले कपडे  बनाते है तो आपको समजना होंगे की consumer का Culture क्या है।

Financial Soundness की बात करे तो कस्टमर Necessary आइटम यानि रोजिंदा जीवन मेँ use होने वाली चीज़े खरीदता है और Luxury आइटम मैं कस्टमर को Branding वाली सब चीज़े खरीदना पसंद करते है।

2. Social Class:- ये  Marketing Strategies का बहुत ही useful फैक्टर है कस्टमर कोई प्रोड़क्ट खरीदने आता है तो कोनसे क्लास से आता है यानि Business क्लास है ,Professional class, middle क्लास है, Service class, Labor क्लास है।  तो ये समजना बहुत ही जरुरी है customer के बारे मैं अगर एक बार आपका Customer loyal बन जााता है तो आपको आगे जाके कोई भी Problem नहीं होगी।

3. Personal Factor:- इस Factor के भीतर जाके देखे तो आप मान लो की प्रोडक्ट बनाते हो वोह किसके लिए है यानि Kids, Youngster, Senior Citizen के लिए है| उसी तरह से Marketing करना बहुत ही जरुरी है।

4. Consumer Psychology:- कोई भी Product की Marketing करते समय सबसे पहले जानिए की आप किस तरह की सर्विस देते हो कस्टमर को और कस्टमर की Psychology क्या है ? मान लो की कोई Customer एक प्रोडक्ट को purchase करना चाहता है तो वोह Price, Brand और Quality अवश्य देखेंगे। तो Customer इसको जानने के बाद Product को खरीदेगा इसको बोलते है Consumer Psychology|

इन सभी फैक्टर को ध्यान मैं रखते हुए हमें Marketing Strategies को design करना चाइये। और Advertisement भी इसी तरह से करना होगा Customer हमारा product खरीदने के लिए मजबूर हो जाये।

Advertisement के type

  • Funny  Advertisement
  • Inspiration Advertisement
  • Encourage Advertisement
  • Questionnaire Advertisement 
  • Motivation Advertisement
  • Loving Advertisement
  • Emotional Advertisement
  • Informative Advertisement
  • Competitive Advertisement
  • Cross Advertisement
  • Negative Advertisement
  • Patriotic Advertisement

इन सभी का नाम से ही आपको पता चल जाएंगे की किन किन बेस की ये Advertisement है।

मैंने यहाँ पे अपने हिसाब से आप सभी को बोलता हूँ की मार्केटिंग करते समय ‘ दिखावे पे मत जाओ अपना दिमांग लगाओ ‘ तभी जाके कुछ हासिल कर पायंगे Marketing मैं।

5’C of Marketing

  1. Customer
  2. Company
  3. Competitor
  4. Collabrator

चलिए दोस्तों  तो इन सभी पॉइंट के बारे मैं हम बात करते है ताकि आप जान सके Marketing का Formula, आप Product तो बनाते हो लेकिन कभी सोचते हो, ये Product से Customer की Need Fulfilled हो पाएंगी, Customer संतुस्ट होगा, अगर आप Product की Marketing करते हो लेकिन प्रोडक्ट से कस्टमर को कोई लाभ नहीं हो रहा है तो उस Product कोई काम की नहीं उसे बनाने का कोई फायदा नहीं।

अगला सीन आता है Competitor आप जो भी प्रोडक्ट market मैं बेचते हो लेकिन अपने कभी सोचा उसका Compaction कितना है, उसका Competitor कौन है, वोह किस तरह से Marketing करता है उसका Analysis करना बहुत ही जरुरी है। जब One plus mobile Company जब Market मैं आई थी तब उसने बिना Advertisement अपना फोन बेचते थे लेकिन जब उसने Brand को Create कर लिया तब उसके फोन पानी की तरह बिकने लगे, वॉह से उसने Marketing से ही किया है।

मान लो की आप एक Online स्टोर चलाते हो आप के साथ कुरियर यानि Deliver boy, आपकी साइट होगी, payment gateway होगा वगेरा वगेरा बहुत सारी चीज़े होगी लेकिन ये सब कितने टाइम तक हमारे साथ Collaborative रहेंगे उसके बारे मैं सोचना बहुत Metter करता है।

4 P’s of Marketing

  • Product
  • Price
  • Place
  • Promotion

1. Product- आपका Product क्या है? इसकी विशेषताएं क्या हैं? उपभोक्ता इसका उपयोग कैसे करेंगे? विभिन्न आकार और रंग क्या उपलब्ध हैं?

2. Price- आपके उत्पाद का Price निर्धारण क्या है? आप कितना डिस्काउंट दे रहे हैं? ब्रांड क्या है? पैकेजिंग कैसे की जाती है?

3. Place- आप अपना Product कहां बेच रहे हैं? आपूर्ति श्रृंखला क्या है? क्या आप इसे ऑनलाइन या भौतिक दुकानों पर बेच रहे हैं?

4. Promotion- आप अपने लक्षित दर्शकों तक कैसे पहुंचेंगे? टीवी विज्ञापन, सोशल मीडिया या कोई अन्य कारक। इसी तरह के बाजारों का प्रचार शुरू?

Marketing Strategies

  • Contrast principle
  • Commitment and consistency
  • social proof
  • Liking
  • Scarcity
  • Authority

1. Contrast principle 
इस रूल्स को समझते है अगर हम पहले हलकी चीज़े को उढ़ाते है फिर भारी चीज़ उढ़ाते है तो जो भारी चीज़ हे वो actual वजन से बहुत ही भारी लगती है इसका मतलब क्या हुआ की लोगो एक ही चीज़ को Different तरीके से देखते है उसी तरह से एक Salesmen के लिए बहुत जरुरी है पहले वह महंगी चीज़ बताता है फिर सस्ती चीज़े बताता है ताकि Customer आपकी प्रोडक्ट लेने के लिए तैयार हो जाये अगर वह ऐसा नहीं करता है तो वह इस principle नहीं जानताहै।

2.Commitment and consistency
Marketing मैं येबहुत important रूल्स  है मान लो की आप एक Volunteer Worker हो आपको एक Residence एरिया मैं जाके एक Label लगाना है “safe Drive” और लोग आपको ना बोलते है।  लोग  ये banner को थोड़े दिन के बाद मैं फिर से लगाने देते क्यूँ ऐसा सोचिये दोस्तों ?? और  Comment करके जरूर बताइये। क्यूंकि  दूसरी बार जब ये Volunteer ने छोटा सा बैनर लगाया है तो ये Principle के हिसाब से Marketing मैं ऐसा Product पहले बेचना है जो लोगो के Review बहेतर हो और लोग वॉह Product से परिचित हो तो ऐसा Product की Marketing की जाती है।  इसका एक same  Example Jio का जब इन्होने three Month लोगो को free मैं Internet दिया था और Commitment कर लिया था।

3. social proof

मान लीजिये आप एक रेस्टोरेंट की तलाश मैं हे लकिन आपका फोन नहीं चल रहा है अगर आपका फोन चल रहा होगा तो आप अच्छे review पढ़के जा सकते है| अब आप आगे थोड़ा चल रहे हो और दो रेस्टॉरेंट आये इसमें एक मैं बहुत सारी  गाड़िया पड़ी है और दूसरे मैं कोई नहीं है तो वह ये सोचेंगा पहला वाला Restaurant अच्छा है और वह इसमे जायेगा इस तरह से Social Review भी बहुत काम आते है Marketing मैं।

4. Liking
इस Principle मैं हम Tupperware जो एक American कंपनी है उसका Example लेते है ये company एक plastic के बर्तन को बनाती है ये कंपनी जब भी कोई पार्टी मैं या other Function मैं जाके लोगो को गिफ्ट देती है और अपनी ब्रांड value को बढाती है यानि लोगो इसको like करते है ताकि लोगो इसको खरीदने के लिए तैयार हो जाये।

5. Authority
मान लो की आप बीमार पड़े तो आप Obviously Doctor के पास जाएंगे और उसकी advice लेंगे, आपको एक घर बनवाना है तो उसके लिए आप Engineer या तो Architecture के पास जायेंगे इसका क्या मतलब हुआ की आप जिनके पास Authority है उसकी बात को आप जरूर ही मान लेंगे marketing कुछ ऐसा ही होता कोई Brand value आपको दे रहा होता है तो उसकी बात को मान लेते हो।

6. Scarcity
इस पॉइंट मैं आपको एक Example देता हूँ एक आदमी था वोह Second hand car खरीदता था उसे थोड़ी Service करवाके पेपर मैं ऐड देके उसे जयादा Price मैं बेच देता था जब अगले दिन उनके पास Enquiry आती तो उसमें कही सारे लोगो थे पहले वाला Customer Car मैं कमिया निकलता तब दूसरा customer को wait करने के लीए बोलता ताकि वोह पहले वाला customer को Emotional करते है  ताकि उसको लगे की ये कार खरीदनी है तो अभी खरीदनी होगी। ये Rules Marketing मैं बहुत ही  काम आता है।

Marketing Strategies | कैसे खिंचा चला आता है customer

  • Niche  Marketing
  • Trade Show Marketing 
  • Social  Media  Marketing 
  • Freebie Marketing
  • Under-Cover Marketing
  • Outbound Marketing vs Inbound Marketing
  • Cross Promotion

1. Niche  Marketing 

मान लो की आप कोई Product बनाते है अब उस Product आप हर कोई आदमी को बेचा नहीं जा सकता वैसे आपकी Product कोई Niche है तो मार्किट मैं Compaction को ख़तम करके पूरी मार्किट को Cover किया जा सकता है Example लीजिये टीवी मैं बहुत सारी चैनल आते है लेकिन आपको स्पोर्ट मैं बहुत channel Available है लेकिन आपको Cricket देखना है तो आपको Star Cricket नामकी चैनल याद आएगी तो इसको बोलते Niche Marketing

2. Trade Show Marketing 
इस टाइप के marketing मैं  कोई जगह पर Expo होता वहा पर  सब अपनी अपनी Product को बेचने के लिए अपना स्टॉल को लगाते है वहा कपडे का, मशीन का या कोई भी टाइप का हो सकता है वह पे सब लोगो अपनी अपनी प्रोडक्ट का Marketing करते है इसे बोलते है Trade Show Marketing

3. Social Media Marketing
इस Marketing के बारे मैं आपने थोड़ा जयादा सुना ही होगा लेकिन इस टाइम मैं 2021 में काफी ज्यादा Internet User बढ़ गए है| तो इस इंडस्ट्री बहुत तेजी से बढ़ रही है इसको miss नहीं करना चाहीये इसका फायदा लेना चाइये और अपने Business को Expand करना चाहिए आज के टाइम मैं data Analysis का बहुत टूल्स आ गए हे आप देख सकते हे कोनसा यूजर कितनी बार आया। ये है Social media का पावर

4. Freebie Marketing
इसका नाम सुनके आपको लग रहा होगा की आपको फ्री मैं Product मिलेगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं इसमें आपको High value Product के साथlow value Product को बेच देना इसको बोलते है Freebie Marketing अगर आपके पास कोई भी Example है तो हमें Comment करके बताइये।

5. Under-Cover Marketing
इस Marketing मैं Customer के Mind मैं कुछ ऐसा डाला जाता है की कस्टमर Excitement, Energy, Curiosity होने लगता है और वह बोलते है “कहा पर है वोह Product” जब वोह चीज़े आती है तब लोग इसको ध्यान से देखते है, For Example कोई नयी product को market मैं Launce होना, इसको बोलते है Under-Cover Marketing| अगर आपके पास कोई भी Example है तो हमें Comment करके बताइये।।

Outbound Marketing vs Inbound Marketing

Outbound Marketing:- इस टाइप केMarketing मैं लोगोको बताना पड़ता है आपकी Product के बारे मैं Example TV Commercial , Radio Commercial, Telemarketing

Inbound Marketing:- इस टाइप के  Marketing मैं Business मैं Monopoly बनानी है Customer को आपके पास से Product खरीदना पड़ता है, Customer आपकी Product से Attractive हो। Example Blogging, Social Media, SEO, Webinar और Email Marketing Etc..

Cross Promotion
यहाँ पे Marketing Similar होता है मान लो की दो Businessmen है एक महंगी car बनता है और दूसरा महँगी Watch बनता है तो होता क्या है यहाँ पे जो लोग BMW खरीदते है वही लोग अक्सर लक्ज़री Watch खरीद सकते हैं तो ये हुआ Cross Promotion Example. MacDonald, Domino’s vs Coca-cola, kit-kat vs Google, Apple vs Amazon, Paytm vs Snickers तो ये सब Cross Promotion के Example है।

आप अपने व्यापार के लिए इनमे से कोई भी Marketing का तरीका यूज़ कर सकतें है| यह पुर्णतः आपके बिज़नेस के प्रकार और आपकी लोकेशन पर निर्भर करता है कि आप कौनसा तरीका चुनते है| परन्तु किसी भी निर्णय पर पहुँचने से पहले आपको अपने बिज़नेस के लिए एक परफेक्ट प्लान बना लेना चाहिए और उसी के हिसाब से आगे बढ़ना चाहिए ताकि आप अपने व्यापार में उचित सफलता पा सकें|

Conclusion:- तो दोस्तों उम्मीद करता हूँ आपको ये आर्टिकल “7 Marketing Strategies – कैसे खिंचा चला आता है पसंद आया होगा। अगर आपको कोई भी Question या Query है तो हमारा Contact साध सकते है और Comment के माध्यम से हमें अपनी राय बताइये। अपने Facebook और दोस्तों के साथ शेयर करना  मत भूलियेगा ताकि वोह भी जान सके Marketing Strategies.

आपका दिन मंगलमय हो।

Rahul Chopda

मुझे पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है। मुझे सूचनात्मक विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मुझे कहानी लेखन, कविता और कुछ कविताओं को लिखने में गहरी रुचि है।

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