आप लोगो को शायद Title मैं ही पता चल गया होगा की ये पोस्ट Airport के बारे मैं है। आज के इस नए पोस्ट “How do Airports Make Money Hindi” मैं हम जानने वाले है Airport के Business Model के बारे मैं आप लोगो ने कभी ना कभी Airport पर विजिट की हे या तो Flight में Traveling किया ही होगा लेकिन आपने कभी सोचा है की ये Airport वाले किस तरह से कमाते है तो चलिए दोस्तों मैं आज आपको इसके बारे मैं बताता हूँ.
आपने कभी सोचा है की हम Flight की टिकट लेते है इसमें क्या क्या add होता है ?? किसके पास कितना पैसा जाता है यानि Airline कितना पैसा कमाती है। प्लैन की Lending का, प्लेन की पार्किंग का पैसा हमसे ही लिया जाता है।
आज कल आपको एक city से दूसरे city मैं जाना हो तो आप या तो Car से जा सकते हैं, Bus से जा सकते हैं, ट्रैन से जा सकते हैं, या फिर Flight से भी जा सकते हैं । इन सभी वाहनों मैं अलग अलग रेट होता होता यानि Different-Different Fees होती है और Flight की सफर तो एक जनरल केटेगरी को बहुत ही भारी पड़ती है।इस आर्टिकल मैं बहुँत ही useful information है तो ये आर्टिकल अपने दोस्तों के साथ शेयर करे ताकि वोह जान सके की कितना पैसा किसको मिला Flight मैं सफर करने के दौरान।
Airport Business Model
मान लो की मुझे भोपाल से मुंबई जाना है तो इंडिया मैं कही सारी फ्लाइट है जैसे की Indigo, Jet Airway, Air India और भी कही सारे Flight Available है। आप लोगो की टिकट के पैसे से ये लोगो Plan मैं इन्वेस्टमेंट करते है और एक अपनी टीम को बनाते है उसमें लोग होंगे Pilot होंगे। अब एयरपोर्ट का Concept आता है जैसे की ट्रैन के लिए स्टेशन है, बस के लिए बस-स्टेशन है वैसे ही Aeroplane के लिए Airport बनाया गया है। हालांकि क्या हो रहा है इंडिया में जयादातर Airport गवर्नमेंट के अंडर आने लगे है जब नया प्लेन आता है तब उसको Airport मैं रजिस्टर करना पड़ता है। जब भी Aeroplane की लेंडिंग होता है उसका भी चार्ज देना पड़ता है,उसके पार्किंग का चार्ज देना पड़ता है, हर कोई चीज़ का Airport मैं चार्ज देना पड़ता है,उसके रनवे को use करने का भी चार्ज देना पड़ता है. ऐसा नहीं की Airport वाले मुफ्त मैं सर्विस दे दे। वह सब Paid सर्विस देता है । तो चलिए इस सफर को आगे बढ़ाते है।
मान लो की मुझे दिल्ली से अहमदाबाद जाना है तो जब फ्लाइट अहमदाबाद पहुँचती है और 2 घंटे से जयादा टाइम रुकती है उसका भी चार्ज लगता है। अभी जो पार्किंग चार्जिस Hourly लगता है, उसके बाद Noise का भी चार्ज लगता है जैसे की कोई प्लेन जयादा आवाज करता है तो उसका भी चार्ज लगता है कुछ प्लेन तो Weight का भी चार्ज लेते है। अभी प्लेन है तो उसकी lending स्वाभाविक है अगर उसको उड़ाया है Lending करवानी पड़ेगी, तो उसके लिए airport है, ये एयरपोर्ट Government के अंडर आता है उसने सारा इंफ्रास्ट्रक्चर और Facility बना के रखी है जैसे की जब आप airport मैं Entry होगी तब उसकी Security चेक की जाएगी। कस्टमर की टिकट की प्राइस फिक्स होती है यानि पहले आपने पैसा दे दिया तब आपको मैन Entry मिलेगी अगर आपके पास टिकट ही नहीं है तो आपको जाने ही नहीं दिया जायेगा। Airport मैं सब Shopping का, वहा पे बैठने का चार्ज भी हमसे ही लिया जाता है। घुमा-फ़िराक़े बोले तो Airline की Fees तो कम है लेकिन बाकि सबका चार्ज मिलाके जयादा हो जाती हमारी Ticket.
Airline Company वाले कैसे कमाते है ?
Airline मैं Fuel तो कम ही लग रहा है ये तो फिक्स है But आपकी टिकट के पैसे मैं से Pilot की Salary निकालनी है,उसमें काम कर रहे crew member की भी सैलेरी निकालनी पड़ेगी। मान लौ की ये crew member की जॉब दिल्ली से भोपाल की है और Flight उसको भोपाल से दिल्ली लाएगी तब उसकी जॉब Complete होगी। और कोई केस मैं international Flight next day है तो ये crew member को होटल मैं रुकने का खर्च भी ये Airline Company उढ़ायेगी। तो ये सबका पैसा हमसे है लिया जायेगा,प्लेन की एक Cycle रहती है प्लेन का कॉस्ट निकलना,उसकी फ्यूल का,उसकी साफ-सफाई का सारा maintenance का सारा पैसा निकलना पड़ता है, उसमें भी सारी चीज़े देखनी पड़ती है,चेक करनी पड़ती है रेगुलर टाइम पे। उसके बाद जब आप Airport पे जाते हो luggage को ले जाते हो उसके एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट होगी check-in ,Check-out, boarding करेंगे बहुत सारी चीज़े ऐसी है। उसके बाद देखे Customer Support, Website, Application, Tracking उन सबका पैसा हमसे ही लिया जाता है उन सबकी Price हमारी Ticket से ली जाती है। ऐसे देखेंगे तो Per Person उसके पास कुछ नहीं बचता है वैसे Airline भी एक अच्छा Business है लेकिन इतना Profitable India मैं नहीं है। तभी तो Jet Airway पूरी डूब गई और बंध हो गई।
प्लेन मैं लगने वाले चार्ज:-
- Lending Fees
- Parking
- Noise Charges
- Infrastructure
- passenger Charges
- Security
- car Parking
- Retail
- Advertising
- Other Source
इन सभी का Charges लगता है प्लेन मैं।
spicejet भी अपना दिमाग लगाके पैसा कमाता है छोटी सीट के लिए कम पैसा लम्बी सीट के लिए जयादा पैसा वोह सब उनके Earning Model है। वैसे दूसरा Earning Model है खुद का Airport बना लो क्यूंकि बाद मैं उनको पैसा मिलने ही वाला है एक तरह से Investment किया और Return आएगा, ऐसा कहा जा सकता है।
तो दोस्तों ये Airline भी एक Business Model है, Airport भी एक Business Model है उसी तरह से Pilot की सैलेरी से मिलती है घंटे के हिसाब से crew member को अपनी सैलेरी मिलती है 25 -30 हजार,Security Set करना,Airline मैं कितने वजन ले जाना है,क्या नहीं ले जाना है उन सभी चीज़े पहले से ही फिक्स होता है। ये सभी का आप लोग पैसा देते हो तब आपको Service मिलती है। यहाँ पे बहुत सारी चीज़े Involve होती है इस लिए तो Flight की टिकट बढ़ जाती है। जब भी आप फ्लाइट मैं जाते हो तब notice करना की कितने लोगो को Flight मैं बिठाया है कितने का पैसा लिया। ये Airport वाले ऐसे Psychology का use करते है की उससे Customer automatically अट्रेक्टिव होता है। कही बार ऐसा भी हो सकता है Airline वाले Airport के साथ mount करते है, तो इस तरह से अच्छा खासा revenue जनरेट करते है।
तो दोस्तों कहना का मतलब बस एक ही है ऐसी ही फालतू मैं मत बिठो अपने दिमांक का use करो Business मैं तभी जाकर कुछ आपको knowledge बढेगा और success मिलेगी।
Conclusion:- तो दोस्तों उम्मीद करता हूँ की ये आर्टिकल “How do Airports Make Money Hindi” आपको पसंद आया होगा। आशा करता हूँ आपको समज मैं आ रहा होगा ये Formula अगर आपको कोई भी समस्या है तो Comment के through पूछ सकते है। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी है तो अपने दोस्तों के साथ Facebook मैं Share कीजिये.